By नवभारत | Updated Date: Oct 10 2019 9:52AM |
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पड़ोसी ने हमसे कहा, ‘‘निशानेबाज, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे जोर देकर कह रहे हैं कि महाराष्ट्र में शिवसैनिक ही सीएम बनेगा. उनका सीधा आशय अपने पुत्र व युवा सेना नेता आदित्य ठाकरे से है. आप इस बारे में क्या सोचते हैं?’’ हमने कहा, ‘‘जो भी सोचना होगा, शिवसेना व बीजेपी सोचती रहे. हमें और आपको इतनी ऊंची बातों के बारे में सोचने की कोई जरूरत नहीं. हमारा काम सिर्फ वोट डालना है. नतीजे तो ईवीएम निकालेगी.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, कहते हैं- जहां चाह, वहां राह! मोतीलाल नेहरू चाहते थे कि जवाहरलाल आगे बढ़ें तो बढ़ गए और देश के पहले पीएम बने. नेहरू ने इंदिरा को आगे बढ़ाना चाहा तो वह भी आगे चलकर पीएम बन गईं. हर पिता अपनी संतान को तरक्की की मंजिलों पर चढ़ते देखना चाहता है. उद्धव ठाकरे भी अपने बेटे के बारे में ऐसा ही चाहते हैं. इसके अलावा उद्धव ठाकरे का इस बारे में कमिटमेंट भी है. उन्होंने कहा कि मैंने अपने पिता बालासाहेब ठाकरे से वादा किया था कि एक दिन शिवसैनिक महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनेगा.’’ हमने कहा, ‘‘तब तो इस वादे को निभाना उद्धव ठाकरे के लिए आन-बान-शान का सवाल है. वे 29 वर्ष के आदित्य ठाकरे को महाराष्ट्र का सबसे युवा मुख्यमंत्री बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, इस पर बीजेपी ने इसे उद्धव ठाकरे की तमन्ना बताते हुए चुटकी ली कि हसरत जाहिर करने में कोई बुराई नहीं है. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि किसी इच्छा को जाहिर करने में कुछ भी गलत नहीं है. जो भी वास्तविकता होगी, उसे हम बाद में देखेंगे.’’ हमने कहा, ‘‘यदि शिवसेना आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने के लिए अभी से पूरा विलपावर लगा रही है तो बीजेपी को भी पुन: देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाने के लिए संपूर्ण इच्छाशक्ति लगा देनी चाहिए. उद्धव मानते हैं कि बेटा हमारा बड़ा काम करेगा.’’ पड़ोसी ने कहा, ‘‘निशानेबाज, शिवसेना व बीजेपी में से जिस पार्टी की सीटें ज्यादा आईं, वह सीएम पद के लिए अपना दावा करेगी. इसलिए सबकुछ चुनावी नतीजों पर छोड़ दीजिए.’’